अहमदाबाद-नई दिल्ली। यह वही रेलवे स्टेशन है जहां प्रधानमंत्री मोदी बचपन में चाय बेचते थे। गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित यह कस्बा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह नगर है। पीएम ने नवीनीकृत वडनगर रेलवे स्टेशन के अलावा, कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
इनमें पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर निर्मित एक पांच सितारा होटल और अहमदाबाद में साइंस सिटी में कुछ आकर्षण शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पुनर्निर्मित वडनगर रेलवे स्टेशन का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया और गांधीनगर-वाराणसी ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
उल्लेखनीय है कि यह वही रेलवे स्टेशन है जहां प्रधानमंत्री मोदी बचपन में चाय बेचते थे। गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित यह कस्बा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह नगर है।
पीएम ने नवीनीकृत वडनगर रेलवे स्टेशन के अलावा, कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर निर्मित एक पांच सितारा होटल और अहमदाबाद में साइंस सिटी में कुछ आकर्षण शामिल हैं। इसके साथ ही इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर-वरेथा मेमू ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के पथ पर अग्रसर होने के लिए हमें शहरी विकास की पुरानी सोच को छोड़ना होगा और आधुनिक तौर तरीकों का उपयोग कर निर्माण करना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश का लक्ष्य कंक्रीट का स्ट्रक्चर खड़ा करना नहीं हैं। बेहतर पब्लिक स्पेस हमारी जरूरी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारे शहरों की एक बड़ी आबादी क्वालिटी पब्लिक लाइफ और क्वालिटी पब्लिक स्पेस से वंचित रही है।
अब अर्बन डेवलपमेंट की पुरानी सोच को पीछे छोड़कर, देश आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी के भारत की जरूरत, 20वीं सदी के तौर तरीकों से पूरी नहीं हो सकती है। इसलिए रेलवे में नए सिरे से सुधार लाने की जरूरत है।
रेलवे को सिर्फ एक सेवा के तौर पर नहीं, बल्कि एक एसेट के तौर पर विकसित कर रहे हैं। आज देशभर में प्रमुख रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। टियर 2 और टियर 3 शहरों के रेलवे स्टेशन भी अब वाई-फाई सुविधा से लैस हो रहे हैं। ब्रॉड गेज पर मानव रहित क्रॉसिंग को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज वडनगर भी इस विस्तार का हिस्सा बन चुका है। मेरी तो वडनगर स्टेशन से कितनी ही यादें जुड़ी हैं। नया स्टेशन वाकई बहुत आकर्षक लग रहा है। नई ब्रॉडगेज लाइन बनने से वडनगर-मोढेरा-पाटन हेरिटेज सर्किट अब बेहतर रेल सेवा से कनेक्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि आज भारतीय रेलवे की छवि बेहतर हो रही है।
उन्होंने कहा कि रफ्तार, सफाई और सुविधाएं, रेलवे में सब बेहतर हुआ है। आने वाले दिनों में ट्रेनों की रफ्तार और बढ़े, इस पर काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत के विकास की गाड़ी दो पटरियों पर एक साथ चलते हुए ही आगे बढ़ेगी। एक पटरी आधुनिकता की, दूसरी पटरी गरीब, किसान और मध्यम वर्ग के कल्याण की है।
पीएम ने कहा कि साइंस सिटी प्रोजेक्ट रीक्रिएशन और क्रिएटिविटी का मिश्रण है। एक्वाटिक्स गैलरी तो बहुत रोचक है। यह न केवल हमारे देश का बल्कि एशिया के शीर्ष एक्वेरियम में से एक है। उन्होंने कहा कि बच्चों को नई सीख के लिए अवसर देना होगा। साइंस सिटी बच्चों को सिखाने का नया प्लेटफार्म होगा। यहां स्कूली बच्चों को आने देना होगा।
पश्चिम रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार झा ने बृहस्पतिवार को कहा कि चूंकि वडनगर शहर ‘धरोहर सर्किट’ में आता है, इसलिए वहां के रेलवे स्टेशन की इमारत को 8.5 करोड़ रुपये की लागत से हेरिटेज लुक दिया गया है।
गुजरात सरकार के अधिकारियों ने कहा कि नवीनीकृत रेलवे स्टेशन के अलावा, मोदी कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले हैं, जिसमें पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर निर्मित एक पांच सितारा होटल और अहमदाबाद में साइंस सिटी में कुछ नए आकर्षण शामिल हैं। झा ने कहा कि ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान मोदी गांधीनगर-वरेथा मेमू ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
झा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘वडनगर रेलवे स्टेशन उस मार्ग पर पड़ने वाले प्रमुख स्टेशनों में से एक है। चूंकि यह हेरिटेज सर्किट का भी हिस्सा है, इसलिए पर्यटन मंत्रालय ने मौजूदा स्टेशन की इमारत और उसके प्रवेश द्वार को हेरिटेज लुक देने के लिए 8.5 करोड़ रुपये खर्च किए।’उन्होंने कहा, ‘वरेथा मेहसाणा जिले का एक छोटा सा गांव है और प्रसिद्ध तरंगा हिल के करीब है, जो एक लोकप्रिय पर्यटक के साथ-साथ धार्मिक स्थान भी है।
अभी तक मेहसाणा स्टेशन तरंगा पहाड़ी से मीटर गेज रेलवे लाइन के माध्यम से जुड़ा हुआ था।’ उन्होंने कहा, ‘चूंकि तरंगा हिल तक ब्रॉड गेज लाइन बिछाना तकनीकी रूप से संभव नहीं था, इसलिए हमने गेज को पहाड़ी से सिर्फ तीन किलोमीटर पहले वरेथा तक बदल दिया।
शुक्रवार को, प्रधानमंत्री उस 54 किलोमीटर खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जिसे ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर दिया गया है और इस लाइन को विद्युतीकृत भी कर दिया गया है।’ वडनगर रेलवे स्टेशन के अंदर प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदरदास मोदी की चाय की दुकान थी। बचपन के दिनों में, मोदी स्टेशन पर चाय बेचने में अपने पिता की मदद करते थे।