मातृकुंडिया किसान सम्मेलन में रिकॉर्ड ऐतिहासिक भीड़ !
संतोष जैन/मातृकुंडिया
भीड़ को देखकर गदगद हुए मुख्यमंत्री गहलोत- डोटासरा -माकन और पायलट , सभी ने खुले मन से थपथपाई आंजना की पीठ ! राजस्थान में केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध को लेकर चित्तौड़गढ़ जिले के मातृकुंडिया में आयोजित किसान सम्मेलन में जुटी ऐतिहासिक भीड़ कार्यक्रम की रूपरेखा के मुख्य सूत्रधार प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक सफलता दिला कर एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेवाड़ में वह एक बहुत बड़ी राजनीतिक ताकत है और उनकी कार्यशैली आज भी उतनी ही लोकप्रिय है जितने वह राजनीति में आए थे तब लोकप्रिय रहे। मातृकुंडिया में आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयलाल आंजना ने अपने चित परिचित अंदाज में कहा कि 2 वर्ष पूर्व विधानसभा चुनाव के आगाज को लेकर सांवलियाजी में आयोजित किसान सम्मेलन में भी मुझे गहलोत और पायलट दोनों नेताओं का स्वागत करने का अवसर मिला और आज 2 वर्ष बाद मातृकुंडिया में भी मुझे दोनों नेताओं को स्वागत करने का अवसर मिला जो मेरे लिए बड़ी खुशी और गर्व की बात है। आंजना ने कहा कि कांग्रेस ही किसानों की सच्ची हितैषी और हमदर्द है।अपने संबोधन के दौरान उदयलाल आंजना ने मातृकुंडिया बांध से पानी भीलवाड़ा को दिए जाने की बात क्षेत्र के लोग और किसान आवाज क्षेत्र के किसानों की मांग है क्षेत्र का पानी क्षेत्र में और किसान के खेत में की मांग को बेबाकी से रखते हुए प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत से आग्रह किया कि मातृकुंडिया बांध का पानी क्षेत्र के किसानों को दिया जावे जिससे वह अपनी फसलों का अधिक से अधिक उपार्जन कर संपन्न हो सके। आंजना की इस मांग पर स्वयं मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान इसका सर्वे करने की घोषणा भी कर दी।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने भाषण में उदयलाल आंजना की किसानी वेशभूषा धोती कुर्ता की तारीफ करते हुए उनकी लोकप्रियता के बारे में राजस्थान के प्रभारी अजय माकन को संबोधित करते हुए कहा कि आंजना को लेकर क्षेत्र में एक गाना लोकप्रिय है ,गोरे गोरे गाल है शेर जैसी चाल है। जिस पर जनता में जोरदार नारेबाजी लालो मे लाल है भैया उदय लाल है के साथ पायलट की बात को पूरा किया गया।
अपने उद्बोधन में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार के किसान कानूनों को लेकर जो कमियां कानूनों में हैं उससे किसानों को अवगत कराया।
सभा को प्रदेश के प्रभारी अजय माकन, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
सम्मेलन में जुटी ऐतिहासिक भीड़ को लेकर मीडिया कर्मियों एवं राजनीतिक विश्लेषकों का आकलन है कि मेवाड़ में अभी तक पिछले 25 सालों में हुए किसी भी राजनीतिक सम्मेलन में इतनी भीड़ आज तक नहीं एकत्र हुई जितनी भीड़ आज मातृकुंडिया किसान सम्मेलन में देखने को मिली।
किसान सम्मेलन की सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पूरे सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के जिंदाबाद के ही नारे गूंजते रहे और किसी भी नेता के नाम का कोई नारा कार्यकर्ताओं और जनता ने नहीं लगाया।
सम्मेलन में अपेक्षा से अधिक लोगों को देखकर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , प्रदेश प्रभारी अजय माकन,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने खुले मन से उदयलाल आंजना को मंच से रुखसत होते हुए बधाई देते हुए उनकी पीठ थपथपाई । इस पूरे आयोजन को लेकर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना पिछले 3 दिनों से कपासन क्षेत्र में ही डेरा डाले हुए थे और इस आयोजन को सफल बनाने में जी-जान से जुटे हुए थे। इस सम्मेलन की सफलता का अंदाज इस बात से भी लगाया जाता है कि सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के राजनीतिक गुरु माने जाने वाले मेवाड़ के वरिष्ठ नेता ने भी उन्हें इस ऐतिहासिक सम्मेलन के लिए दूरभाष पर सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
यहां इस बात का उल्लेख भी नितांत आवश्यक है कि सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना कांग्रेस के मेवाड़ में एक कद्दावर नेता के रूप में स्थापित नेता हैं और आज भी पूरे मेवाड़ में आंजना का राजनीतिक रूप से कांग्रेसमें कोई सानी नहीं है। आंजना ने इस ऐतिहासिक सम्मेलन को करा कर एक बार फिर कांग्रेस आलाकमान को अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास करा कर यह साबित कर दिया है कि आज भी उदयलाल आंजना मेवाड़ के एक लोकप्रिय नेता है। यहां इस बात का उल्लेख भी नितांत आवश्यक है कि पिछले 1 वर्ष से जिस गुटबाजी से प्रदेश कांग्रेस जूझ रही है उसी दोनों गुट के नेता आज इस मंच पर एक साथ देखे गए।