वरमाण। अद्धभूत संगम वह भी एक ही मूर्ति में ब्रह्माजी, विष्णुजी एवं महादेवजी का। जी हां वरमाण के प्राचीन वरमेश्वर महादेवजी मंदिर में काफ़ी अद्धभूत संगम देखने को मिल रहा हैं। वहाँ देवों के देव महादेवजी के साथ ही एक ही मूर्ति में बृह्माजी एवं विष्णुजी भी मौजूद हैं। सबसे अधिक रोचक एवं विशेष बात […]
शिवालय
कुमा दर्शन मतलब काशी दर्शन माना गया है, कुमा, पांडवकालीन कृमावती नगरी के रूप में जाना जाता था, यहाँ स्वयंभू शिवलिंग तथा शिवलिंग पर रखा बाण पांडवकालीन बताया साथ ही हजारों साल प्राचीन बताया गया है!
मंडार–कालन्द्री। कुमा गांव पांडवकालीन कृमावती नगरी के रूप में जाना जाता था, यहाँ स्वयंभू शिवलिंग तथा शिवलिंग पर रखा बाण पांडवकालीन एवं साथ ही हजारों साल प्राचीन बताया गया हैं। वही मंडार क़स्बे में स्थित लीलाधारी महादेव मंदिर में श्रावण मास के प्रथम दिन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया। आज सुबह से ही […]