हाथल। प्रदेशभर में महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। रेवदर के समीपवर्ती गाँव हाथल स्थित सभी शिवालयों में शिव भक्तों का सुबह से ही ताँता लगा हुआ देखा गया। प्रसिद्ध ब्रह्माजी मंदिर में स्थित शिव मंदिर में सहस्र शिवलिंग को आकर्षक सजाया गया, जिसके दर्शनार्थ भक्तों का आना-जाना सुबह से ही शुरू था।
मंदिर परिसर में शिव धुन से माहौल भक्तिमय हो गया। अलसुबह से ही जलाभिषेक शुरू हुया। उसके साथ ही गांव के लक्ष्मीनारायणजी मंदिर स्थित महादेव, ढालेश्वरी महादेव, सारणेश्वर महादेव में भी शिवलिगों को आकर्षक सजाया गया। लोगों ने पूजा अर्चना का लाभ उठाया।
जगदीश धारावत हाथल ने बताया कि यूं तो शिवजी की पूजा-उपासना करने के लिए हर दिन शुभ होता है लेकिन सावन, सोमवार, शिवरात्रि और महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है।
शिवरात्रि हर मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आती है लेकिन महाशिवरात्रि फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आती है, जिसे भोले के भक्त बहुत ही हर्षोल्लास और भक्ति के साथ मनाते हैं। इस बार देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च यानी आज मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि के दिन शिवभक्त अपने आराध्य का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखते हैं और रात्रि के समय जागरण करते हैं। गाँव में शिव मंदिर होने से वातावरण शिवमय हो गया।
हाथल से जगदीश धारावत की महाशिवरात्रि विशेष रिपोर्ट।